India Lead

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है?

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है?

पुलिस केस की जांच करने के लिए विभिन्न तकनीकों का उपयोग करती है। यह तकनीक घटना से संबंधित होती हैं जिनमें निम्नलिखित बातें शामिल होती हैं: 1.शामिल लोगों से पूछताछ करना जैसे ज़िम्मेदार, साक्षी, गवाह, आरोपी, आदि। 2.जगह की जाँच करना और संदिग्ध वस्तुओं के विवरण दर्ज करना। 3.शामिल लोगों के साथ बातचीत का लेखा …

पुलिस केस की किस प्रकार इन्वेस्टीगेशन करती है? Read More »

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है?

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है?

केस इन्वेस्टीगेशन के पूरा होने पर पुलिस एक रिपोर्ट तैयार करती है जिसे ‘चार्जशीट’ भी कहा जाता है। चार्जशीट में जांच के दौरान पाए गए सभी सबूतों, गवाहों के बयानों, संग्रहित डेटा और अन्य संबंधित जानकारी का विवरण दिया जाता है। यह रिपोर्ट जाँच के अनुसार किसी व्यक्ति या संगठन के खिलाफ धारा का उल्लंघन …

केस इन्वेस्टीगेशन पूरी होने पर पुलिस किस तरह रिपोर्ट तैयार करती है? Read More »

क्या गिफ्ट में मिली प्रॉपर्टी पर देय राशि का भुगतान उसके उत्तरदायी को करना होगा?

क्या गिफ्ट में मिली प्रॉपर्टी पर देय राशि का भुगतान उसके उत्तरदायी को करना होगा?

गिफ्ट डीड में मिली प्रापर्टी पर देय राशि का भुगतान उसके उत्तरादाई को करना होगा या नहीं इसे जानने से पहले हम जानते हैं कि  गिफ्ट डीड क्या है ? एक गिफ्ट डीड एक विधि है जिसमें एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को उपहार के रूप में कुछ संपत्ति देता है। इसमें संपत्ति का स्वामित्व दान …

क्या गिफ्ट में मिली प्रॉपर्टी पर देय राशि का भुगतान उसके उत्तरदायी को करना होगा? Read More »

अपने चैरिटी ट्रस्ट को किस एक्ट के तहत रजिस्टर करा सकते है?

अपने चैरिटी ट्रस्ट को किस एक्ट के तहत रजिस्टर करा सकते है?

चैरिटी ट्रस्ट को रजिस्टर्ड करवाने की प्रक्रिया जानने से पहले यह जानना जरूरी होता है कि, चैरिटी ट्रस्ट क्या है? और इसका उद्देश्य क्या है? इन सवालों के जवाब जानने के बाद ही चैरिटी ट्रस्ट को पंजीकृत करवाने की प्रक्रिया जान सकते हैं। तो आइए चैरिटी ट्रस्ट क्या है, चैरिटी ट्रस्ट के उद्देश्य और चैरिटी …

अपने चैरिटी ट्रस्ट को किस एक्ट के तहत रजिस्टर करा सकते है? Read More »

प्रॉपर्टी के लिए गिफ्ट डीड कैसे बनाएं?

प्रॉपर्टी के लिए गिफ्ट डीड कैसे बनाएं?

प्रॉपर्टी डीड क्या है  प्रॉपर्टी डीड, किसी संपत्ति के खरीदारी या बेचने के लिए एक कानूनी दस्तावेज होता है। यह एक संपत्ति के बेचने या खरीदने की सूचना देता है और संपत्ति की संपूर्ण जानकारी प्रदान करता है। इस दस्तावेज में संपत्ति का पता, आकार, स्थिति, मालिक का नाम, खरीदार का नाम, कीमत आदि जानकारी …

प्रॉपर्टी के लिए गिफ्ट डीड कैसे बनाएं? Read More »

गिफ्ट डीड में मिली प्रॉपर्टी बेच सकते हैं या नहीं?

Can we sell the property received through gift deed or not

क्या होती है गिफ्ट डीड? गिफ्ट डीड एक कानूनी दस्तावेज़ है, जिसके माध्यम से कोई व्यक्ति अपनी चल या अचल संपत्ति को बिना किसी मूल्य के, केवल प्रेम, स्नेह या रिश्ते के आधार पर दूसरे व्यक्ति को देता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से स्वैच्छिक होती है और इसमें किसी प्रकार का दबाव या लालच …

गिफ्ट डीड में मिली प्रॉपर्टी बेच सकते हैं या नहीं? Read More »

BNS की धारा 117(2): गम्भीर चोट पहुँचाने पर सज़ा और कानूनी प्रक्रिया?

Section 117(2) of BNS Punishment and procedure for causing grievous hurt

भारतीय न्याय संहिता (BNS) भारतीय आपराधिक कानून का प्रमुख स्तंभ है, जो अपराधों की परिभाषा और सज़ा का निर्धारण करता है। BNS धारा 117(2): गम्भीर चोट पहुँचाने पर सज़ा क्या है? BNS की धारा 117(2) उन व्यक्तियों पर लागू होती है, जो जानबूझकर किसी अन्य व्यक्ति को ऐसी चोट पहुँचाते हैं, जो “गंभीर चोट (grievous …

BNS की धारा 117(2): गम्भीर चोट पहुँचाने पर सज़ा और कानूनी प्रक्रिया? Read More »

क्या भारत में अडल्ट्री डाइवोर्स लेने का आधार है?

क्या भारत में अडल्ट्री डाइवोर्स लेने का आधार है?

अडल्ट्री का मतलब, शादीशुदा होते हुए भी अपने हस्बैंड या वाइफ के अलावा किसी अन्य व्यक्ति के साथ सेक्सुअल रिलेशन्स मैंटेन करना होता है। बशर्ते यह सेक्सुअल रिलेशन उस शादीशुदा व्यक्ति की मर्जी और उसके पूरे होश में बनाया गया होना जरूरी है।  क्या अडल्ट्री तलाक का आधार है? हाँ, भारत में लागू हिन्दू मैरिज …

क्या भारत में अडल्ट्री डाइवोर्स लेने का आधार है? Read More »

अरेस्ट हुए व्यक्ति के अधिकार क्या है?

अरेस्ट हुए व्यक्ति के अधिकार क्या है?

भारतीय संविधान का अनुच्छेद 21 अरेस्ट, विचाराधीन और दोषियों के जीवन में आशा की कुछ किरणें प्रदान करता है। ऐसे लोगों का इलाज मानवीय और कानून द्वारा निर्धारित तरीके से होना चाहिए। मेनका गांधी बनाम भारत संघ {एआईआर 1978 एससी 597} में सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि राज्य और उस मामले के लिए पुलिस की …

अरेस्ट हुए व्यक्ति के अधिकार क्या है? Read More »

व्यक्ति को गंभीर रूप से चोटील करने पर धाराएं

व्यक्ति को गंभीर रूप से चोटील करने पर धाराएं

एक व्यक्ति को गंभीर रूप से चोट पहुंचाने का मतलब क्या होता है ? एक व्यक्ति को “गंभीर रूप से चोट पहुंचाना” कानून के खिलाफ बात है जो इसका मतलब दर्शाती है कि व्यक्ति को शारीरिक रूप से काफी अधिक या गंभीर चोट पहुंचाई गई है। इसका मतलब हो सकता है कि चोट व्यक्ति के …

व्यक्ति को गंभीर रूप से चोटील करने पर धाराएं Read More »