कानूनी सलाह

आरटीआई एप्लीकेशन फाइल करने की पूरी प्रोसेस क्या है?

आरटीआई एप्लीकेशन फाइल करने की पूरी प्रोसेस क्या है?

2005 में लागू हुए सूचना का अधिकार अधिनियम (RTI Act) ने सभी ऑथॉरिटीज़ के लिए यह जरूरी कर दिया कि वे जनता के द्वारा मांगी गयी इनफार्मेशन उन्हें समय से प्रदान कराएं। यह एक्ट भारत के सभी नागरिकों पर लागू होता है।  इस एक्ट के तहत देश के नागरिकों को यह अधिकार दिया गया है …

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भारत में सेक्स वर्कर्स के क्या अधिकार है?

भारत में सेक्स वर्कर्स के क्या अधिकार है?

साल 2022 सेक्स वर्कर्स के लिए बहुत महत्वूर्ण साल रहा था। ऐसा इसीलिए क्योंकि भारत में साल 2022 में सेक्स वर्कर्स और वेश्यावृत्ति पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला और इसको लेकर बड़ी घोषणाएं की थी और कई पुराने नियमों और कानूनों को गलत मानकर बदल दिया गया था। कई बदलाव आये सेक्स वर्कर्स की अधिकारों …

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रेप के केस में मेडिकल एग्जामिनेशन कराना क्यों जरूरी है?

Why is it necessary to have a medical examination in a rape case

भारत में बलात्कार (रेप) एक गंभीर और संवेदनशील अपराध है, जिसे भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत विशेष रूप से दंडनीय बनाया गया है। रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की प्रक्रिया में मेडिकल एग्जामिनेशन एक अत्यंत आवश्यक कड़ी है। यह न केवल अपराध की पुष्टि में मदद करता है, बल्कि पीड़िता के मानसिक और शारीरिक …

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भारत में वेश्यावृत्ति को क्या दर्जा दिया गया है?

What status is given to prostitution in India

वेश्यावृत्ति का इतिहास बहुत पुराना है और यह प्राचीन सभ्यताओं में मौजूद रही है। इसे आम तौर पर “दुनिया का सबसे पुराना पेशा” कहा जाता है, लेकिन भारतीय समाज में इसके प्रति दृष्टिकोण हमेशा नकारात्मक रहा है। हालांकि, भारत में वेश्यावृत्ति एक विवादास्पद और जटिल मुद्दा है। कानूनी दृष्टिकोण से, वेश्यावृत्ति का भारत में एक …

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दुर्घटना बीमा और इसके प्रकार

दुर्घटना बीमा और इसके प्रकार

दुर्घटना बीमा के क्या लाभ है की पूर्व निर्धारित संख्या, या वर्षों की पूर्व निर्धारित संख्या में भुगतान। इस तरह की पॉलिसी राइडर्स को जोड़ने की भी अनुमति देती हैं, जैसे कि एम्बुलेंस सेवा और कवर की गई दुर्घटनाओं के परिणामस्वरूप अस्पताल में रहने के लिए। आपकी पॉलिसी की शर्तों और क्षति की प्रकृति के …

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भारतीय शादियां पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित नहीं होंगी

भारतीय शादियां पश्चिमी संस्कृति से प्रभावित नहीं होंगी

सामाजिक संरचना का आधार विवाह है। हिंदू कानून विवाह को एक अघुलनशील, अमर संस्कार के रूप में देखता है। विवाह की पवित्र प्रकृति ने कुछ असामान्यताओं को जन्म दिया है। वेद, हिंदू लेखन का सबसे पहला संग्रह, कहता है कि हिंदू विवाह जीवन भर चलते हैं। इसका उद्देश्य दो लोगों को एक करना है ताकि …

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नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के केसों के लिए क्या नई अदालतें बनवाने की जरूरत है?

नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट एक्ट के केसों के लिए क्या नई अदालतें बनवाने की जरूरत है?

वैसे तो भारत में न्याय व्यवस्था के लचीलेपन के कारण हर तरह के केसों में देरी हो ही जाती है। यही कारण हैं कि आज भी लाखों की संख्या में केस पेंडिंग में पड़े हुए हैं । एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान समय में भारत में लगभग 2.31 करोड़ केस पेंडिंग हैं । जिसमें से …

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किरायेदार से मकान खाली कैसे कराएं? जानिए पूरी कानूनी प्रक्रिया

How to get the house vacated from the tenant Know the complete legal process

क्या आपका किरायेदार तय समय के बाद भी मकान खाली नहीं कर रहा है?क्या वह न तो किराया दे रहा है और न ही प्रॉपर्टी खाली कर रहा है?क्या वह अवैध कब्ज़ा करके बैठा है या संपत्ति को नुकसान पहुँचा रहा है? अगर हाँ, तो घबराइए नहीं — भारतीय कानून में ऐसे मामलों के लिए …

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दुर्घटना की स्थिति में बीमा कैसे काम करता है?

दुर्घटना की स्थिति में बीमा कैसे काम करता है?

दुर्घटना बीमा क्या है? दुर्घटना बीमा या एक्सीडेंटल इंश्योरेंस, बीमा पॉलिसी का एक रूप है। यह बीमा किसी दुर्घटना की वजह से लोगों को चोट लगने या मृत्यु होने पर कंपनसेशन/मुआवज़े के तौर पर भुगतान करता है। इस प्रकार के बीमा में आमतौर पर लापरवाही, दैवीय कृत्यों या प्राकृतिक आपदाओं को शामिल नहीं किया जाता …

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गर्भावस्था के दौरान माता-पिता के साथ रहना तलाक का कारण नहीं हो सकता

गर्भावस्था के दौरान माता-पिता के साथ रहना तलाक का कारण नहीं हो सकता

सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि एक महिला गर्भावस्था के दौरान अपने माता-पिता के साथ रहने के लिए अपने ससुराल को छोड़कर उचित समय के लिए उनके साथ रहना ‘क्रूरता’ नहीं है, और इसे उसके पति द्वारा तलाक के लिए आधार के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। जस्टिस केएम जोसेफ और हृषिकेश …

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