बहुत से भारतीय नागरिकों को विदेशियों से प्रेम विवाह करने की स्थिति आती है – चाहे वह NRI हो, PIO कार्ड धारक हो या पूरी तरह विदेशी नागरिक। सवाल उठता है: क्या एक भारतीय नागरिक किसी विदेशी से भारत में कानूनी रूप से शादी कर सकता है? जवाब है – हाँ, बिल्कुल कर सकता है, लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी प्रक्रियाएं और दस्तावेज़ होते हैं।
इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे:
- एक भारतीय और विदेशी की शादी के तरीके
- कौन से कानून लागू होते हैं
- जरूरी दस्तावेज़ और शर्तें
- शादी का रजिस्ट्रेशन कैसे करें
भारतीय और विदेशी की शादी के विकल्प
धार्मिक विवाह समारोह
भारत में अलग-अलग धर्मों के अनुसार विवाह कानून हैं:
- हिंदू मैरिज एक्ट, 1955
- मुस्लिम पर्सनल लॉ
- ईसाई मैरिज एक्ट
यदि विदेशी व्यक्ति किसी धर्म विशेष को मानता है, और धर्म के अनुसार रीति-रिवाजों से शादी करना चाहता है, तो भारत में धार्मिक विवाह समारोह के तहत शादी की जा सकती है।
लेकिन विदेशी नागरिक को अपने देश की एम्बेसी से “No Objection Certificate (NOC)” लाना आवश्यक है। अगर वह पहले से शादीशुदा था, तो तलाक की डिक्री या मृत्यु प्रमाणपत्र भी देना होगा।
स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी (Court Marriage)
यह अधिनियम अंतर-धर्म, अंतर-जाति और भारत और विदेश के नागरिकों के बीच शादी को मान्यता देता है। यह नॉन-रिलिजियस विवाह प्रक्रिया होती है, जो मैरिज रजिस्ट्रार के ऑफिस में होती है।
प्रमुख बिंदु:
- 30 दिन का नोटिस अनिवार्य
- दोनों पक्षों के दस्तावेज़ और पहचान प्रमाण जरूरी
- तीन गवाहों की आवश्यकता
रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया –स्पेशल मैरिज एक्ट
चरण 1: विवाह की सूचना (Notice of Intended Marriage)
कपल को मैरिज रजिस्ट्रार को एक लिखित नोटिस देना होता है, जिसमें दोनों की व्यक्तिगत जानकारी दी जाती है।
चरण 2: नोटिस का प्रकाशन
रजिस्ट्रार इस नोटिस को 30 दिन के लिए अपने कार्यालय के सूचना पट्ट पर प्रदर्शित करता है।
चरण 3: आपत्ति की स्थिति
अगर किसी व्यक्ति को आपत्ति है तो वह 30 दिनों में रजिस्ट्रार को लिखित में बता सकता है। अगर कोई आपत्ति नहीं होती, तो विवाह आगे बढ़ता है।
चरण 4: विवाह समारोह और रजिस्ट्रेशन
30 दिन बाद कपल गवाहों के साथ रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर शादी कर सकते हैं। वहीं पर विवाह प्रमाणपत्र जारी किया जाता है।
आवश्यक दस्तावेज (भारतीय + विदेशी नागरिक के लिए)
भारतीय नागरिक के लिए:
- आधार कार्ड / पासपोर्ट / वोटर ID
- जन्म प्रमाण पत्र या मैट्रिक सर्टिफिकेट
- पासपोर्ट साइज फोटो
- अगर तलाकशुदा हैं तो डिक्री
- अगर विधवा/विधुर हैं तो मृत्यु प्रमाणपत्र
विदेशी नागरिक के लिए:
- वैध पासपोर्ट + वीज़ा
- देश की एम्बेसी से No Objection Certificate (NOC)
- निवास प्रमाण (भारत में 30 दिन रहने का प्रमाण)
- तलाकशुदा होने पर डिक्री या मृत्युपत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
हिंदू मैरिज एक्ट के तहत शादी
यदि दोनों पक्ष (या विदेशी पक्ष धर्मांतरण करके) हिंदू, सिख, जैन या बौद्ध हैं, तो वे हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 के तहत शादी कर सकते हैं। इसमें पहले धार्मिक अनुष्ठानों के साथ विवाह किया जाता है और फिर विवाह पंजीकरण किया जाता है।
जरूरी शर्तें:
- लड़का कम से कम 21 वर्ष और लड़की 18 वर्ष की होनी चाहिए
- दोनों मानसिक रूप से स्वस्थ हों
- कोई भी पहले से शादीशुदा न हो
शादी के लिए अतिरिक्त सुझाव
- यदि विदेशी पक्ष भारत में स्थायी नहीं है तो वीज़ा स्टेटस की वैधता जांचें
- विदेशी नागरिकों के लिए विवाह प्रमाणपत्र बाद में वीज़ा/इमीग्रेशन प्रक्रिया में सहायक होता है
- सभी दस्तावेज अंग्रेज़ी या हिंदी में अनुवादित और नोटरीकृत होने चाहिए
लीड इंडिया कैसे मदद कर सकता है?
- सही विवाह कानून के चुनाव में सहायता
- विवाह नोटिस और दस्तावेज़ की जांच
- विवाह रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया में सहयोग
- विदेशी पक्ष के दस्तावेज़ को भारत में वैध बनवाने में मार्गदर्शन
- कोई कानूनी आपत्ति या अड़चन आए तो उसका समाधान
निष्कर्ष
एक भारतीय व्यक्ति कानूनन एक विदेशी से शादी कर सकता है। इसके लिए उसे या तो धार्मिक विधि से या स्पेशल मैरिज एक्ट , 1954 के तहत विवाह करना होता है। सही दस्तावेज़, प्रक्रिया और कानूनी मार्गदर्शन से यह विवाह पूरी तरह वैध और मान्य होता है।
यदि आप ऐसे ही किसी विवाह के लिए योजना बना रहे हैं, तो लीड इंडिया की कानूनी टीम आपकी हर कदम पर मदद करेगी – दस्तावेज़ी प्रक्रिया से लेकर कोर्ट मैरिज तक।
FAQs
1. क्या भारत में एक भारतीय नागरिक विदेशी से शादी कर सकता है?
हाँ, भारतीय कानून के अनुसार एक भारतीय नागरिक किसी विदेशी नागरिक से भारत में कानूनी रूप से शादी कर सकता है, बशर्ते दोनों की उम्र और अन्य शर्तें पूरी हों।
2. एक भारतीय और विदेशी की शादी के लिए कौन-सा कानून लागू होता है?
अंतर-राष्ट्रीय विवाह के लिए मुख्यतःस्पेशल मैरिज एक्ट , 1954 लागू होता है। यदि शादी धार्मिक रीति-रिवाज से हो, तो संबंधित पर्सनल लॉ भी लागू हो सकता है।
3. विदेशी पार्टनर को शादी से पहले कौन-से डॉक्यूमेंट्स लाने होते हैं?
विदेशी नागरिक को वैध पासपोर्ट, वीज़ा, अपने देश की एम्बेसी से No Objection Certificate (NOC) और 30 दिनों का भारत में निवास प्रमाण देना होता है।
4. क्यास्पेशल मैरिज एक्ट के तहत शादी में कोई नोटिस देना होता है?
हाँ, शादी से पहले मैरिज रजिस्ट्रार को 30 दिन पहले एक लिखित नोटिस देना होता है, जिसे ऑफिस में चस्पा किया जाता है।
5. क्या यह शादी विदेशों में मान्य होती है?
हाँ, भारत में रजिस्टर्ड विवाह प्रमाणपत्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होता है और वीज़ा, पासपोर्ट, इमीग्रेशन आदि प्रक्रियाओं में उपयोगी होता है।



एडवोकेट से पूछे सवाल