कानून और रिश्ते

मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनवा सकते हैं?

मैरिज सर्टिफिकेट कैसे बनवा सकते हैं?

विवाह का प्रमाण पत्र विवाह के पंजीकरण के पश्चात दिया जाने वाला प्रमाण पत्र है। यह प्रमाण पत्र न सिर्फ़ विवाह के पंजीकरण को दर्शाता है बल्कि इसके साथ ही कई प्रकार की सुविधाएं भी युगल को प्रदान करता है। साल 2006 में ही सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक बयान में महिलाओं की सुरक्षा के …

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क्या पति भी तलाक के केस में गुज़ारे भत्ते का दावा कर सकते हैं?

क्या पति भी तलाक के केस में गुज़ारे भत्ते का दावा कर सकते हैं?

पत्नी के भरण-पोषण की अवधारणा भारतीय समाज में सर्वविदित और प्रचलित है। मगर हममें से बहुत से लोग पति के भरण-पोषण के दावे के अधिकार के बारे में नहीं जानते हैं। जैसा कि हमें मालूम है कि भारतीय कानून समानता पर आधारित है। इसलिए पति और पत्नी दोनों कानून के अनुसार भरण-पोषण का दावा करने …

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एकतरफा तलाक की पूरी प्रक्रिया क्या है?

What is the complete process of unilateral divorce

एकतरफा तलाक क्या होता है? एकतरफा तलाक तब होता है जब एक व्यक्ति अपने साथी से विवाह खत्म करने का निर्णय लेता है, जबकि दूसरा इस निर्णय से सहमत नहीं होता।  इसे कानूनी रूप से “ एकतरफा तलाक ” कहा जाता है, और यह आमतौर पर एक लंबी और कठिन प्रक्रिया होती है। इस प्रक्रिया …

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कॉन्ट्रैक्ट बनवाने की प्रक्रिया क्या है?

कॉन्ट्रेक्ट बनवाने की प्रक्रिया क्या है?

कॉन्ट्रैक्ट शब्द को भारतीय अनुबंध अधिनियम की धारा 2(एच) में परिभाषित किया जाता है। इसे विधि द्वारा लागू करने योग्य समझौते के रूप में परिभाषित किया गया है। कॉन्ट्रैक्ट करने के दौरान एक पक्ष दूसरे पक्ष के सामने प्रस्ताव रखता है। जब प्रस्ताव दूसरे पक्ष द्वारा स्वीकार कर लिया जाता है, तो यह एक वादा …

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तलाक के बाद दूसरी शादी: कानूनी प्रक्रिया और महत्वपूर्ण निर्णय

Second Marriage after Divorce Legal Process and Important Decisions

भारत में तलाक के बाद दूसरी शादी करने के लिए कानूनी प्रक्रिया और समयावधि विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है। हिन्दू विवाह अधिनियम, 1955 की धारा 15 के तहत, तलाक के बाद दूसरी शादी तभी वैध मानी जाती है जब तलाक की डिक्री के खिलाफ कोई अपील लंबित न हो या अपील की अवधि समाप्त …

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क्या मानहानि होने पर लीगल नोटिस भेजा जा सकता है?

क्या मानहानि होने पर लीगल नोटिस भेजा जा सकता है?

मुख्य रूप से से यदि भाव-भंगिमा या इशारों के माध्यम से या अन्य रूपों के माध्यम से किसी को को कुछ अपशब्द आदि कहे जाएं तो यह मानहानि की श्रेणी में आता है। यदि किसी के लिए कुछ लिखा गया है जिस से उसकी छवि खराब हो रही हो तो यह भी मानहानि की श्रेणी …

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अगर पत्नी बिना कारण ससुराल छोड़ दे तो क्या लीगल नोटिस भेज सकते हैं?

If wife leaves her in-laws house without reason, can we send a legal notice

भारत में विवाह एक सामाजिक संस्था ही नहीं बल्कि कानूनी रूप से भी एक अनुबंध (legal contract) होता है। पति और पत्नी दोनों के वैवाहिक जीवन में कुछ अधिकार और कर्तव्य तय किए जाते हैं। यदि पत्नी बिना किसी ठोस कारण के पति का साथ छोड़ देती है, और लंबे समय तक ससुराल लौटने से …

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मानहानि का केस करने की पूरी प्रक्रिया: सिविल और क्रिमिनल दोनों तरीके से?

Complete procedure for filing a defamation case both civil and criminal

मानहानि का अर्थ है – किसी व्यक्ति की प्रतिष्ठा को जानबूझकर सार्वजनिक रूप से नुकसान पहुँचाना। अगर कोई व्यक्ति लिखित, मौखिक या डिजिटल माध्यम से किसी के बारे में अपमानजनक बात कहता है जिससे उसकी समाज में छवि खराब होती है, तो वह मानहानि है। सामाजिक दृष्टिकोण से: समाज में प्रतिष्ठा एक अमूल्य संपत्ति है। …

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अगर पति खर्चा नहीं देता है तो क्या पत्नी कोर्ट में केस कर सकती है?

If husband does not pay maintenance, can wife file a case in court

भारतीय समाज में विवाह एक पवित्र संस्था मानी जाती है, लेकिन यह केवल सामाजिक अनुबंध नहीं, बल्कि एक कानूनी जिम्मेदारी भी है। पति का यह कर्तव्य है कि वह अपनी पत्नी का भरण-पोषण करे, चाहे वे साथ रह रहे हों या अलग। अगर कोई पति अपनी पत्नी को आर्थिक रूप से बेसहारा छोड़ देता है, …

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क्या एक दिन में कोर्ट मैरिज संभव है? जानिए पूरी कानूनी प्रक्रिया

Is court marriage possible in one day Know the complete legal process

एक ही दिन में कैसे कोर्ट मैरिज हो सकती है? भारत में कोर्ट मैरिज 3 प्रमुख कानूनों के तहत की जाती है: इनमें से केवल हिन्दू विवाह अधिनियम के तहत 1-2 दिन में विवाह पंजीकरण संभव है, जबकि विशेष विवाह अधिनियम में 30 दिन का नोटिस पीरियड अनिवार्य होता है। हिन्दू विवाह अधिनियम के तहत …

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