कंटेस्टेड डाइवोर्स और म्यूच्यूअल डाइवोर्स में क्या फर्क है?

कंटेस्टेड डाइवोर्स और म्यूच्यूअल डाइवोर्स में क्या फर्क है?

शादियों को सबसे मजबूत बंधन माना जाता है। शादी एक ऐसा बंधन है, जो कपल को एक दूसरे के प्रति कमिटेड और डेडिकेटेड रखता है। लेकिन कई बार इस मीठे रिश्ते में भी खटास आ जाती है। जब शादियां अच्छी तरह से काम नहीं कर रही हो, तब अलग हो जाना ही बेहतर होता है। …

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कंटेस्टेड डाइवोर्स लेने के सामान्य आधार क्या है?

कॉन्टेस्ट डाइवोर्स लेने के सामान्य आधार क्या है?

कंटेस्टेड डाइवोर्स का मतलब एक तरफ़ा तलाक होता है। यह डाइवोर्स तब लिया जाता है, जब एक पार्टनर दूसरे पार्टनर से डाइवोर्स लेने के लिए तैयार नहीं होता है, लेकिन दूसरे पार्टनर के पास डाइवोर्स लेने का वैलिड रीज़न है। कंटेस्टेड डाइवोर्स लेने के आधार:- यह डाइवोर्स लेने के वैलिड रीज़न या आधार यह हो …

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कंटेस्टेड डाइवोर्स क्या है? इस डाइवोर्स की पूरी प्रक्रिया।

कंटेस्टेड डाइवोर्स क्या है? इस डाइवोर्स की पूरी प्रक्रिया।

भारत में कंटेस्टेड डाइवोर्स या एक तरफ़ा तलाक कानूनी रूप से अलग होने का एक फॉर्मल तरीका है। यह एक ऐसी सिचुएशन को दिखता है, जिसमें हस्बैंड या वाइफ ने अपने पार्टनर से डाइवोर्स लेने का पूरा मन बना लिया है क्योंकि उनके पार्टनर ने गलत किया है, जैसे मारपीट, मेंटली टार्चर, अडल्ट्री आदि। तो …

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आपसी सहमति से डाइवोर्स की प्रक्रिया क्या है?

भारत में आपसी डाइवोर्स की प्रक्रिया क्या है?

जब एक हस्बैंड और वाइफ मर्ज़ी से अपनी शादी को ख़त्म करते हैं। तो वह म्यूच्यूअल कंसेंट डाइवोर्स या आपसी सहमति से डाइवोर्स होता है। यह दोनों पार्टनर्स की सहमति से लिया हुआ फैसला होता है, इसीलिए इसका प्रोसेस अन्य तरीकों के मुकाबले आसान होता है। आईये जानते है आपसी सहमति से डाइवोर्स लेने का …

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डाइवोर्स लिए बिना क्या दूसरी शादी कर सकते है?

Second marriage without divorce – is it a crime in India

भारत में विवाह एक पवित्र और कानूनी बंधन माना जाता है। यह केवल सामाजिक रस्म नहीं बल्कि एक कानूनी अनुबंध (Legal Contract) है, जिसे समाप्त किए बिना दूसरी शादी करना न केवल समाजिक रूप से गलत बल्कि भारतीय न्याय संहिता (BNS) के अनुसार अपराध भी है। हिन्दू मैरिज एक्ट, 1955 के अनुसार दूसरी शादी हिंदू …

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बॉलीवुड के 10 बेहतरीन कोर्ट रूम ड्रामा।

बॉलीवुड के 10 बेहतरीन कोर्ट रूम ड्रामा।

सभी ने फिल्मे तो देखी होती है। आज हम इस लेख में कोर्ट से सम्बंधित कुछ मूवीज़ के बारे में बताएंगे। जिन्हे देख कर कोई भी व्यक्ति कानून की अच्छाई और बुराई से रूबरू हो सकता है। (1) कोर्ट चैतन्य तम्हाने की बेहतरीन राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता मूवी ”कोर्ट” की कहानी एक सामाजिक कार्यकर्ता ”जीतन मरांडी” …

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शादी का वादा तोड़ना अब अपराध नहीं होगा: कर्नाटक उच्च न्यायालय

शादी का वादा तोड़ना अब अपराध नहीं होगा: कर्नाटक उच्च न्यायालय

कर्नाटक हाई कोर्ट ने एक व्यक्ति (वेंकटेश) और अन्य (उसके परिवार) के खिलाफ दर्ज हुयी एक FIR को रद्द करते हुए कहा कि शादी के वादे का पालन नहीं करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 के तहत धोखाधड़ी का अपराध नहीं माना जाएगा। केस क्या है:- 3 मई, 2020 को एक महिला ने …

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हिन्दू विधवा पुनर्विवाह अधिनियम 1856 इतिहास, अधिकार और कानूनी प्रावधान

Hindu Widow Remarriage Act 1856 History, Rights and Legal Provisions

भारतीय समाज में महिलाओं की स्थिति हमेशा से चर्चा का विषय रही है, विशेषकर विधवाओं की। इतिहास में एक विधवा को समाज से लगभग बहिष्कृत माना जाता था। न उन्हें पुनर्विवाह की अनुमति थी, न स्वतंत्र जीवन जीने का अधिकार। वर्तमान समय में जबकि संविधान सभी नागरिकों को समानता और गरिमा से जीने का अधिकार …

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लिव-इन रिलेशनशिप में रहने वाले कपल के क्या अधिकार हैं?

What are the rights of a couple living in a live-in relationship

आज के आधुनिक समाज में लिव-इन रिलेशनशिप का चलन तेजी से बढ़ रहा है। कई कपल विवाह के बिना एक साथ रहना पसंद करते हैं ताकि वे एक-दूसरे को बेहतर समझ सकें। हालांकि, इसे लेकर समाज में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं, लेकिन भारतीय न्यायपालिका ने ऐसे संबंधों को कई महत्वपूर्ण कानूनी अधिकार प्रदान किए हैं। इस …

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भारत की 10 सबसे अच्छी कोर्ट मैरिज करने की जगह

भारत की 10 सबसे अच्छी कोर्ट मैरिज की जगह

सभी की लाइफ में अपनी शादी एक बहुत इम्पोर्टेन्ट डिसीज़न होता है। भारतीय संविधान ने अपने सभी नागरिकों को यह अधिकार दिया है की वे अपनी पसंद से अपना जीवनसाथी चुन सकते है। कपल के जाति, धर्म या सम्प्रदाय अलग-अलग होने के बावजूद भी कोर्ट मैरिज का रास्ता उनके लिए खुला है। जो लोग अलग-अलग …

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