आज के डिजिटल युग में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ई-चालान (E-Challan) तुरंत आपके मोबाइल या पोर्टल पर दिखने लगता है। यह प्रक्रिया जितनी तेज़ हुई है, उतनी ही तेज़ गलतियाँ भी सामने आ रही हैं – जैसे किसी और की गाड़ी पर आपका चालान, डुप्लीकेट चालान, ज़्यादा फाइन या पुराना मामला।
गलत चालान की समस्या आज आम वाहन चालकों के लिए एक बड़ी परेशानी बन गई है। क्या आप भी ऐसी समस्या से परेशान हैं? तो ये ब्लॉग खास आपके लिए है। इस ब्लॉग में आप जानेंगे कि ट्रैफिक चालान सही है या नहीं, इसे कैसे जांचें, अगर चालान गलत हो तो उसे रद्द कराने का तरीका क्या है।
गलत या ज़्यादा ट्रैफिक चालान कटने के आम कारण
अक्सर चालान गलत इसलिए आता है क्योंकि:
- CCTV की गलत रीडिंग या गलतियाँ
- चालान बनाते समय कंप्यूटर या सिस्टम में गलती हो गई
- एक ही नंबर प्लेट दो गाड़ियों पर लगी हो (नकली या क्लोन नंबर)
- पुराने मालिक की गलती का चालान नए मालिक को मिल गया
- ड्राइवर या गाड़ी की पहचान गलत हो गई
- एक ही गलती के लिए दो चालान कट गए
- तय सीमा से ज़्यादा जुर्माना लगा दिया गया
- पुराना या पहले से भरा हुआ चालान अब भी पेंडिंग दिख रहा है
एक वाहन चालक के तौर पर आपके कानूनी अधिकार
अगर आपको लगता है कि कोई ट्रैफिक चालान गलत या बिना वजह काटा गया है, तो आपको उसे चुनौती देने का पूरा हक है। भारत का संविधान (अनुच्छेद 21) कहता है कि बिना कानूनी प्रक्रिया के किसी को सज़ा नहीं दी जा सकती।
मोटर व्हीकल एक्ट 1988 और 2019 के बदलावों के अनुसार:
- मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 (संशोधन 2019) की धारा 213 और संबंधित नियमों के अनुसार, हर चालान के साथ स्पष्ट सबूत होना अनिवार्य है।
- नागरिक वायलेशन की पूरी जानकारी मांग सकते हैं
- आप चालान के खिलाफ कोर्ट में अपील कर सकते हैं या ऑनलाइन/ऑफलाइन आपत्ति दर्ज कर सकते हैं
- चालान की रकम कानून में तय सीमा से ज़्यादा नहीं होनी चाहिए
अगर कोई चालान इन नियमों के खिलाफ है, तो आप उसे रद्द करवाने का पूरा हक रखते हैं।
चालान की जांच कैसे करें?
चालान को चुनौती देने से पहले उसे ज़रूर जांच लें। आप यह ऑनलाइन आसानी से कर सकते हैं:
चालान जांचने के आसान कदम:
- www.echallan.parivahan.gov.in वेबसाइट पर जाएं
- “Check Challan Status” पर क्लिक करें
- अपनी गाड़ी का नंबर या ड्राइविंग लाइसेंस नंबर डालें
- आपके सामने पेंडिंग (बचा हुआ) चालान की लिस्ट आ जाएगी
चालान की जांच करते वक्त महत्वपूर्ण चीज़ें ज़रूर देखें:
- गाड़ी की फोटो (अगर मिली हो)
- चालान की तारीख और जगह
- चालान की वजह (जैसे रेड लाइट क्रॉस करना, तेज़ गति आदि)
- जुर्माने की राशि
अगर फोटो आपकी गाड़ी से मेल नहीं खाती या तारीख/जगह गलत है, तो इसे नोट कर लें और चालान के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराएं।
चालान को किस तरह से रद्द किया जा सकता है?
1. ऑनलाइन शिकायत करें (Parivahan e-Challan से)
- Parivahan e-Challan की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Complaint” या “Dispute Challan” वाला विकल्प चुनें।
- चालान नंबर, गाड़ी नंबर और मोबाइल नंबर डालें।
- अपने सबूत जैसे कि लोकेशन, गाड़ी की फोटो, CCTV की गलत पहचान की फोटो अपलोड करें।
- सबमिट करें और अगर आपकी शिकायत सही मानी गई तो चालान रद्द हो सकता है।
- ध्यान दें – अधिकांश मामलों में, चालान मिलने के 60 दिन के भीतर ही आपत्ति दर्ज करनी होती है, वरना केस खारिज हो सकता है।”
2. ऑफलाइन शिकायत करें
- अपने नजदीकी ट्रैफिक पुलिस स्टेशन या RTO जाएं।
- चालान की कॉपी, गाड़ी के कागजात, पहचान पत्र और सबूत साथ लेकर जाएं।
- शांतिपूर्वक ट्रैफिक ऑफिसर को बताएं कि चालान क्यों गलत है, अपने सभी जरूरी सबूत दिखाएं, फिर लिखित में शिकायत दें और उसकी रिसीव्ड कॉपी लेना न भूलें।
- कोशिश करें कि चालान मिलने के 60 दिन के भीतर शिकायत करें, ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके।
3. कोर्ट में अपील करें
- अगर शिकायत का समाधान नहीं होता तो ट्रैफिक मैजिस्ट्रेट कोर्ट में चालान रद्द करने की अपील करें।
- सभी कागजात और सबूत लेकर सुनवाई में जाएं।
- बेहतर होगा कि आप किसी अनुभवी वकील की मदद लें ताकि मामला सही तरीके से कोर्ट में पेश हो और आपकी बात मजबूत बने।
- अगर कोर्ट को लगता है कि चालान गलत है और आपके पास सही सबूत हैं, तो चालान रद्द किया जा सकता है।
4. लोक अदालत में जल्दी निपटारा
- यहां मामले जल्दी सुलझते हैं, प्रक्रिया सरल होती है और आम लोगों के लिए बहुत सहायक होती है।
- बिना वकील के आप अपना पक्ष रख सकते हैं, और अधिकतर मामलों में कोई कोर्ट फीस भी नहीं लगती।
- जिस ज़िले में चालान कटा है, उसी जिले की लोक अदालत में जाकर अपना मामला रख सकते हैं।
- हेलमेट, पार्किंग या रेड लाइट जैसे मामूली चालान लोक अदालत में तुरंत सुलझाए जाते हैं।
अगर गलत चालान का भुगतान हो चुका हो तो क्या करें?
अगर आपने गलती से कोई गलत चालान भर दिया है, तब भी आप शिकायत कर सकते हैं। नीचे कुछ आसान बातें हैं जो आपकी मदद करेंगी:
- कई बार अदालत गलत चालान पर मुआवज़ा देती है।
- अगर बार-बार ऐसे चालान आ रहे हैं, तो लिखित शिकायत करना फायदेमंद होता है।
- कुछ मामलों में हाई कोर्ट ने पैसे वापस करने (रिफंड) की भी इजाज़त दी है।
- चालान की रसीद ज़रूर संभाल कर रखें, ये सबूत की तरह काम आती है।
- आप ट्रैफिक पुलिस, आरटीओ या कोर्ट में जाकर भी समाधान पा सकते हैं।
- रिफंड के लिए आवेदन उसी प्राधिकरण को देना चाहिए, जिसने चालान जारी किया है, और साथ में चालान रसीद व शिकायत की कॉपी लगानी चाहिए।
अगर आपको समझ नहीं आ रहा कि क्या लिखें और कहाँ भेजें, तो आप किसी वकील या जानकार की मदद ले सकते हैं।
श्रीनगर की अदालत ने गलत चालान पर ₹1,000 मुआवज़ा दिया
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर की एक ट्रैफिक अदालत ने सुहैल मंज़ूर भट बनाम एसएसपी ट्रैफिक पुलिस, 2024 मामले में वाहन मालिक को गलत चालान मिलने पर ₹1,000 मुआवज़ा देने का आदेश दिया। गलती ट्रैफिक अधिकारी की थी, जिन्होंने वाहन के बजाय समान नंबर वाली दूसरी गाड़ी पर चालान जारी किया था। अदालत ने चालान रद्द कर अधिकारी को मुआवज़ा देने को कहा और भविष्य में सावधानी बरतने के निर्देश दिए।
भविष्य में गलत चालान से बचने के उपाय
- वाहन के सभी दस्तावेज़ अपडेट रखें
- हर महीने ई-चालान पोर्टल पर गाड़ी का स्टेटस चेक करें
- कैमरा/स्पीड जोन में स्पीड लिमिट का पालन करें
- ट्रांजैक्शन का स्क्रीनशॉट सेव रखें
- हेलमेट, सीट बेल्ट जैसे बेसिक नियमों का पालन करें
निष्कर्ष
गलत या ज़्यादा चालान मिलने पर घबराएं नहीं – आपके पास इसे चुनौती देने और रद्द करवाने का कानूनी हक है। आप इसे सही तरीके से लड़ सकते हैं। आप ऑनलाइन परिवहन ई-चालान पोर्टल पर शिकायत कर सकते हैं, या पुलिस स्टेशन जाकर लिखित शिकायत दे सकते हैं। अगर जरूरत पड़े तो ट्रैफिक कोर्ट में अपील करें या लोक अदालत में जल्दी समाधान कराएं। हमेशा अपने दस्तावेज संभाल कर रखें और सबूत के साथ पूरी प्रक्रिया का पालन करें। आपका अधिकार है कि आप गलत चालान को चुनौती दें और न्याय पाएं।
अगर आपका मामला जटिल है या आप कानूनी भाषा में उलझना नहीं चाहते, तो किसी ट्रैफिक कानून विशेषज्ञ या वकील से तुरंत सलाह लें।
किसी भी कानूनी सहायता के लिए लीड इंडिया से संपर्क करें। हमारे पास लीगल एक्सपर्ट की पूरी टीम है, जो आपकी हर संभव सहायता करेगी।
FAQs
1. क्या गलत चालान का भुगतान करने के बाद रिफंड लिया जा सकता है?
हां, अगर चालान गलत साबित हो जाए और रसीद हो तो रिफंड मिल सकता है।
2. ई-चालान चेक करने का सबसे सही तरीका क्या है?
https://echallan.parivahan.gov.in/ पर जाकर वाहन नंबर और चालान नंबर से जांचें।
3. क्या चालान रद्द कराने के लिए वकील जरूरी है?
हां, ऑनलाइन पोर्टल या लोक अदालत से खुद भी आवेदन कर सकते हैं।
4. रिफंड आने में कितना समय लगता है?
आम तौर पर 30-90 दिन, पर राज्य अनुसार अलग हो सकता है।
5. लोक अदालत और कोर्ट में क्या फर्क है?
लोक अदालत में समाधान आसान और तेज़ होता है। कोर्ट में केस लंबा चल सकता है।



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